कबीरधामकवर्धा

प्रधानमंत्री जनमन योजना से सुदूर वनांचल ग्राम सरई की बदली तस्वीर

सरई गांव जुड़ा मुख्य मार्ग से, गांव तक पहुंची विकास की राह

कवर्धा, 9 नवंबर 2025। कबीरधाम जिले के सुदूर वनांचल और बैगा बाहुल्य क्षेत्र में विकास की नई किरण पहुंच रही है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत अब ऐसे दुर्गम गांव भी सड़क मार्ग से जुड़ रहे हैं, जहां पहले पहुंचना बेहद कठिन था। जिले के बोड़ला विकासखंड के ग्राम मूड़खुसरी मैदान रोड से सरई गांव तक 0.60 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण पूरा किया गया है।

इस सड़क निर्माण से लगभग 371 की आबादी वाले सरई गांव, जिसमें 51 बैगा जनजाति के परिवार शामिल हैं, अब मुख्य मार्ग और शहर से जुड़ गए हैं। पहले यहां तक पहुंचने के लिए कोई पक्का मार्ग नहीं था। गांव तक वाहन नहीं पहुंच पाते थे, जिससे ग्रामीणों को आवागमन और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ती थी। बारिश के मौसम में स्थिति और भी कठिन हो जाती थी। अब सड़क बनने से गांव की तस्वीर और हालात पूरी तरह बदल गए हैं। एंबुलेंस गांव तक पहुंच जाती है, जिससे आपात स्थिति में समय पर चिकित्सा सुविधा मिल पा रही है। बच्चों को स्कूल, किसानों को बाजार और ग्रामीणों को आवश्यक वस्तुओं के लिए अब शहर जाना आसान हो गया है।

ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बनने से गांव में विकास की नई संभावनाएं खुल गई हैं। अब वाहन सीधे गांव तक आ सकते हैं, जिससे कृषि उपज की बिक्री में सुविधा हो रही है। महिलाएं भी बाजार या स्वास्थ्य केंद्र जाने में आत्मनिर्भर महसूस कर रही हैं। वे बताते है कि पहले सड़क नहीं थी तो शहर जाने में आधा दिन लग जाता था। अब 15 मिनट में सड़क तक पहुंच जाते हैं। बच्चे स्कूल आसानी से जा पा रहे हैं और मरीजों को तुरंत एंबुलेंस की सुविधा मिल रही है। ये हमारे लिए बहुत बड़ा बदलाव है।

जनमन योजना ने वनांचल वासियों के जीवनधारा बदली है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत यह सड़क निर्माण कार्य न सिर्फ भौगोलिक दूरी मिटा रहा है बल्कि सामाजिक और आर्थिक दूरी भी घटा रहा है। इस पहल से अब वनांचल के लोग मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यपालन अभियंता श्री संतोष ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत वर्ष 2023-24 में कुल 47 सड़कों की स्वीकृति प्रदान की गई थी। इसके बाद वर्ष 2024-25 में प्रथम चरण में 12 सड़कें तथा द्वितीय चरण में 17 सड़कें स्वीकृत की गई हैं। इस प्रकार जिले में अब तक कुल 76 सड़कों की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इनमें से 8 सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जबकि अन्य सड़कें निर्माणाधीन हैं और तेजी से प्रगति पर हैं। श्री ठाकुर ने बताया कि सभी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, ताकि वनांचल एवं दुर्गम क्षेत्रों के ग्रामीणों को शीघ्र ही बेहतर सड़क सुविधा उपलब्ध हो सके।

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